Shayari About Attitude - Hindi Shayari

Chupa Lunga Tujhe

छुपा लूंगा तुझे इसतरह से बाहों में,
हवा भी गुज़रने के लिए इज़ाज़त मांगे,
हो जाऊं तेरे इश्क़ में मदहोश इस तरह,
कि होश भी वापस आने के इज़ाज़त मांगे

Chupa Lunga Tujhe

Usne Kaha Mat Dekh

Usne kaha mat dekh mere sapne mujhe pane ki teri aukat ni,
maine bhi has kar kha,
pagli aana hai to aja mere sapno me haqiqat me aane ki teri aukat ni

Usne Kaha Mat Dekh

Tujhe Dil Se

तुझे दिल से मिटाने के लिए, मेरा मिटना भी जरूरी हैं!

Tujhe Dil Se

Joh Talabo Par

जो तालाबों पर चौकीदारी करते हैँ,
वो समन्दरों पर राज नहीं कर सकते!

Joh Talabo Par

Mai Jaisa Hu Waisa Rehne Do

मैं जैसा हूँ वैसा रहने दो,
गर बिगड़ गया तो संभाला न जाऊं गा !

Mai Jaisa Hu Waisa Rehne Do

Maine Apni Maut Ki

मैंने अपनी मौत की अफवाह उड़ाई थी,
दुश्मन भी कह उठे आदमी अच्छा था!

Maine Apni Maut Ki

Udasi Dekh Apna Dhyaan Rakhna

उदासी देख अपना ध्यान रखना,
कि मैं अब मुस्कुराने जा रहा हूँ!

Udasi Dekh Apna Dhyaan Rakhna

Suna Hai Ki

सुना है की समन्दर को बहुत गुमान आया है,
उधर ही ले चलो कश्ती जिधर तूफ़ान आया है!!

Suna Hai Ki

Laga Ke Aag Dil Main

लगा के आग दिल में चले हो कहाँ हमदम,
अभी तो राख उड़ने पे तमाशा और भी होगा!

Laga Ke Aag Dil Main

Aadatein Buri Nahi

आदते बुरी नहीं, शौक ऊँचे हैं,
वर्ना किसी ख्वाब की इतनी औकात नही कि,
हम देखे और पूरा ना हो।

Aadatein Buri Nahi

Sher Khud Apni Takat Se

शेर खुद अपनी ताकत से राजा कहलाता है
जंगल मे चुनाव नही होते!!

Sher Khud Apni Takat Se

Itna Bhi Guman Na Kar

इतना भी गुमान न कर अपनी जीत पर ऐ बेखबर,
शहर में तेरे जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हैं।

Itna Bhi Guman Na Kar

Gulami Toh Tere Ishq Ki Hai

गुलामी तो तेरे इश्क की हे वरना,
ये दिल कल भी नवाब था और आज भी हे!!

Gulami Toh Tere Ishq Ki Hai

Apni Shakhsiyat Ki

Apni Shakhsiyat Ki Kya Misaal Du Yaro Na Jane Kitne MashHoor Ho Gaye Mujhe Badnaam Karte Karte.

Apni Shakhsiyat Ki

Sher Ke Paw Main

शेर के पाँव में अगर काँटा चुभ जाए,
तो उसका ये मतलब नहीं की अब कुत्ते राज करेंगे!!

Sher Ke Paw Main

Koshish Yahi Rehti Hai

कोशिश यही रहती है कि हमसे कभी कोई रूठे ना,
मगर नजर अंदाज करने वालो को पलट कर हम भी नही देखते।

Koshish Yahi Rehti Hai

Chamak Suraj Ki Nahi

चमक सूरज की नहीं मेरे किरदार की है,
बर ये आसमाँ के अखबार की है,
मैं चलूँ तो मेरे संग कारवाँ चले,
बात गुरूर की नहीं, ऐतबार की है।

Chamak Suraj Ki Nahi

Bewaqt , Bewajah , Behisab

बेवक़्त, बेवजह, बेहिसाब मुस्कुरा देता हूँ, आधे दुश्मनो को तो यूँ ही हरा देता हूँ।

Bewaqt , Bewajah , Behisab

Hathiyar Toh Sirf

हथियार तो सिर्फ सोंख के लिए रखा करते हे ,
खौफ के लिए तो बस नाम ही काफी हे ।

Hathiyar Toh Sirf

Fahlak Ko Zid Hai

फलक को ज़िद है जहाँ बिजलियाँ गिराने की ,
हमारी भी जिद है वहीँ आशियाँ बनाने की !

Fahlak Ko Zid Hai