Gulzar Shayari - Page 3 - Hindi Shayari

Iss Dil Ka Kaha Maano Ek Kam Kardo

इस दिल का कहा मनो एक काम कर दो,
एक बे-नाम सी मोहब्बत मेरे नाम करदो,
मेरी ज़ात पर फ़क़त इतना अहसान कर दो,
किसी दिन सुबह को मिलो, और शाम कर दो.!

Iss Dil Ka Kaha Maano

Bebaas Nigahon Mein Hai Tabahi Ka Manzar

बेबस निगाहों में है तबाही का मंज़र,
और टपकते अश्क की हर बूंद,
वफ़ा का इज़हार करती है,
डूबा है दिल में बेवफाई का खंजर,
लम्हा-ए-बेकसी में तसावुर की दुनिया,
मौत का दीदार करती है,
ऐ हवा उनको कर दे खबर मेरी मौत की और कहेना,
के कफ़न की ख्वाहिश में मेरी लाश,
उनके आँचल का इंतज़ार करती है.

Woh Dil Hi Kya Joh Tujhse

वो दिल ही क्या जो तुझसे मिलने की दुआ न करे,
ए सनम…….
में तुझको भूल कर जिन्दा रह सकूं ऐसा रब्ब न करे.

Gam Maut Ka Nahi Hai

ग़म मौत का नहीं है,
ग़म ये के आखिरी वक़्त भी तू मेरे घर नहीं है,
निचोड़ अपनी आँखों को, के दो आंसू टपके,
और कुछ तो मेरी लाश को हुस्न मिले,
डाल दे अपने आँचल का टुकड़ा,
के मेरी मय्यत पे कफ़न नही है..

Maine Dil Se Kaha Ae Divane Bata

main ne dil se kaha ae divane bata,
jab se koi mila tu hai khoya hua,
ye kahani hai kya hai ye kya silasila ae divane bata,
main ne dil se kaha ae divane bata,
dhadakanon mein chupi kaisi aavaz hai,
kaisa ye geet hai kaisa ye saz hai,
kaisi ye baat hai kaisa ye raz hai ae divane bata.