Teri Yaadon Ke Jo Aakhiri The Nishan


“तेरी यादों के जो आखिरी थे निशान,
दिल तड़पता रहा, हम मिटाते रहे,
ख़त लिखे थे जो तुमने कभी प्यार में,
उसको पढते रहे और जलाते रहे”.

Category: Gulzar Shayari

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