Kya Batau Mera Haal


क्या बताऊँ मेरा हाल कैसा है,
एक दिन गुज़रता है एक साल जैसा है,
तड़पता हूँ इस कदर बेवफाई में उसकी,
ये तन बनता जा रहा कंकाल जैसा है।

Category: Bewafa Shayari

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